mamta ka sparsh
Home
Tuesday, 26 September 2017
mamta ka sparsh: चलो इक बार फिर से.....
mamta ka sparsh: चलो इक बार फिर से.....
: चलो इक बार फिर से..... न जीने पर हक है न ही मरने पर इख्तियार.... हकीकत में इन्हीं मजबूरियों का नाम है इंसान। लेकिन कुछ तो ऐसा भी है ...
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment